Unnao news जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खोली विद्यालयों की पोल उप्र राज्यपाल का भ्रमण
सरकार के आदेश बे असर जिले में वीवी आईपी के आने पर परिषदीय विद्यालयों में साफ सफाई मेन्यू के आनुसार भोजन और ड्रेस मिलता है। शिक्षक समय पर आते हैं।

महामहिम राज्यपाल महोदया के आगमन से जागा शिक्षा विभाग
भाईजी सतीश बाजपेई की रिपोर्ट
उन्नाव। शिक्षा विभाग द्वारा जारी ऐसा आदेश जिसने खोली अपने ही विभाग की पोल।
उन्नाव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को अपने पत्र के जरिये आदेशित किया कि सभी शिक्षक अपने अपने विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना के अन्तर्गत मेन्यू का अनुपालन सुनिश्चित करें छात्र छात्राएं अपने निश्चित गणवेश में विद्यालय पहुंचे, साफसफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। इस पत्र का आशय नही समझ आ रहा। क्या अधिकारी यह मानते हैं कि विद्यालयो में मेन्यू के आधार पर मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है छात्र-छात्राएं अपने गणवेश में नहीं आते हैं विद्यालय में साफ सफाई भी नहीं होती रही है। यदि यह सब पहले से होता रहता तो महोदया को यह आदेश जारी नही करना पडता।
जिले में राज्यपाल महोदया के जनपद भ्रमण पर BSA द्वारा ऐसा आदेश देने का क्या औचित्य?
बेसिक शिक्षा अधिकारी का यह पत्र इस बात का प्रमाण है कि बेसिक विद्यालयो में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बहुत बड़ा गडबड झाला है। अधिकारियों का ए सी में बैठकर आदेशित करना और धरातल पर काम करना बहुत अलग है। भीषण गर्मी में बिना समय से बिजली न आने पर बंद पडे पंखे के नीचे बैठ कर पसीने से तर बतर होते हुए पढाई करना कैसे सम्भव है। पंचायत का सफाई कर्मी महीनों नहीं आता अधिकारी के आदेश के बावजूद भी सफाई कर्मी नहीं आया। शिक्षक समय पर विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। कन्वर्जन कास्ट की धनराशि समय से न मिलने पर बच्चों को मध्याह्न भोजन कैसे मिले , डी बी टी का पैसा आधा सत्र निकलने के बाद आएगा तो अभिभावक ड्रेस कैसे बनवाए। बच्चों के पास कांपी किताब नहीं ड्रेस नहीं, गलती सरकार की जिम्मेदारी अध्यापक की, सब गडबड झाला है
कारण, कोई अधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग के बच्चों की अच्छी शिक्षा हो अच्छा माहौल मिले सम्भवतः यह नहीं चाहता है | कैसे सच होगा योगी और मोदी का सपना
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