Unnao आसीवन में मोहर्रम के त्योहार पर ताजियों का जूलूस निकाला गया
आसीवन में मोहर्रम के त्योहार पर ताजियों का जूलूस निकाला, ताजियों को देखने के लिए लोगों का जन सैलाब उमड़ा

मोहर्रम में अजादारों ने इमाम हुसैन की शहादत पर नोहा ख्वानी कर छुरी का मातम किया
Welive24 उन्नाव
उत्तर प्रदेश के ब्लाक मियागंज के आसीवन थाना क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा आसीवन व कादिरपुर में क़दीमी हिदू मुस्लिम आस्था का प्रतीक माना जाने वाला मोहर्रम में ताजिओं का विशाल जुलूस उठाया गया जो गम शहीदन आसीवन तरफ पश्चिम से उठकर संपूर्ण कस्बे से होता हुआ देर रात करबला पहुंचा। कार्यक्रम के कार्यकर्ता अनवर रहमान जिलानी सफवी व फैसल रहमान सफवी ने बताया कि शहीद इमाम हुसैन ने धर्म बचाने व दुनिया मे अमन चैन का माहौल बनाने के मकसद से ही शहादत हो गए।
थाना क्षेत्र के कस्बा आसीवन व गांव कादिरपुर में मोहर्रम माह की दस तारीख को कादिरपुर से जुलूस उठकर देर रात आसीवन पहुंचा जहां सारी रात नोहा ख्वानी व लंगर होता रहा मोहर्रम की ग्यारह तारीख को आसीवन में हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक कहा जाने वाला ताजिओं का जुलूस गम शहीदन आसीवन तरफ पश्चिम से उठाया गया इस अवसर पर अंजुमनों के अजादारों ने नोहा ख्वानी व छुरियों से मातम करते हुए हजरत इमाम हुसैन का मातम मनाया कस्बे में जगह-जगह शर्बत व बिस्किट, मिठाई, आदि सहित कई अन्य चीजें तबर्रुक के तौर पर बांटी गई जुलूस गस्त करते हुए क़स्बे के विभिन्न अपने निर्धारित मार्गो से होता हुआ देर रात करबला पहुंचा।
शहीद इमाम हुसैन का मकसद बताते हुए गुदड़ी हक शाह रहमतुल्लाह अलैह के सज्जानशीन जिलानी रहमान सफवी, व अंजुमन-ए शब्बीरिया के कमेटी अध्यक्ष फैसल रहमान सफवी व अंजुमन-ए हैदरी के कमेटी अध्यक्ष फैयाज व अब्दुर्रहमान चौधरी ने बताया कि इमाम ने शहादतों से पूर्व विरोधी शासक यजीद से हिंदुस्तान जाने की बात कही थी हजरत इमाम हुसैन ने धर्म को बचाते हुए शहीद होना स्वीकार कर लिया । इमाम भेदभाव के बाहर एकजुटता में यकीन रखते थे तभी आज पूरे विश्व मे सभी धर्मों के लोग इमाम की शहादत का गम मनाते है।
इस अवसर पर गुदड़ी हक शाह रहमतुल्लाह अलैह के सज्जानशीन अनवर रहमान जीलानी, फैसल रहमान सफवी, दयाराम बाबा, किशोरी प्रजापति, मोहम्मद फैयाज, शेखर भैया, शब्बीर अली शाह, माहेआलम खान, सलाम कुरैशी, अब्दुर्रहमान चौधरी, एस एम जावेद सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।
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