Subrat Roy सहारा श्री छोड़ गये जमाकर्ताओं को बेसहारा
सहारा सुप्रीमो का मुम्बई में निधन हो गया उनके अंतिम समय में उनकी पत्नी व बेटे साथ नहीं थे
Welive24, लखनऊ ।सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय नहीं रहे।वह 75 वर्ष की उम्र में मुम्बई के अस्पताल में उनका निधन हो गया। जमा कर्ताओं को छोड गये बेसहारा। कई महीनों से बीमार चल रहे थे । उनके अंतिम समय में पत्नी व बेटे विदेश में थे । स्कूटर से चलने वाले सहारा समूह के चेयरमैन ने अपना सफर शुरु किया दो पूरे विश्व में छा गये थे। और करोडो की सम्पति अर्जित की। समय का चक्र जीवन के सभी पहलुओं को दिखा देता है। कुछ की समय में चेयरमैन फर्श से अर्श तक पहुंचे और समय का चक्र बदला तो अर्श से फर्श पर ला दिया। उनका पार्थिव शरीर लखनऊ के सहारा शहर लाया गया है व
सहारा समूह का पतन सेबी के साथ हुए विवाद से शुरू हुआ। सेबी ने सहारा की दो कंपनियों में जमा निवेशकों की रकम को नियम विरुद्ध तरीके से दूसरी कंपनियो में स्थानांतरण करने पर आपत्ति जताते हुए लगभग 24 हजार करोड़ रुपए जमा कराने का आदेश दिया था। बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए सुब्रत राय को जेल भेज दिया । सहारा समूह की संपत्तियों की बिक्री पर रोक लगा दी गयी। जिससे जमाकर्ताओं का करोड़ों रुपया सेबी में फंस गया।
स्कूटर से चलने वाले सुब्रत राय बिहार के अररिया जिले के निवासी थे। उन्होंने ने कोलकाता और गोरखपुर में शिक्षा हासिल करने के बाद वर्ष 1978 में माइक्रो फाइनेंस का कारोबार शुरू किया था। देखते ही देखते सहारा समूह छोटे निवेशकों की कमाई को जमा करने और उनको लुभावने ब्याज पर रकम वापस करने वाला बड़ा समूह बन गया। बाद में सहारा समूह ने रियल एस्टेट के कारोबार में भी हाथ आजमाया। वर्तमान में यह समूह इलेक्ट्रिक वाहन, इंश्योरेंस, मीडिया आदि सेक्टर में काम कर रहा है। सहारा के पास लखनऊ, गोरखपुर, मुंबई में तमाम बेशकीमती संपत्तियां हैं, जिसमें एंबी वैली प्रमुख है। मंगलवार की रात उनका निधन हो गया। उनके अंतिम समय में पत्नी स्वप्ना राय और दो बेटों सुशांतो और सीमांतो को छोड़ गए है। तीनो कई साल से विदेश में हैं।
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