RSS unnao शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में स्वयं सेवकों का भव्य स्वागत
चकलवंशी में आर एस एस के कार्यकर्ताओं ने मार्च पास निकाला

आरएसएस शताब्दी वर्ष पर चकलवंशी में बौद्धिक कार्यक्रम और पथ संचलन, स्वदेशी अपनाने का संकल्प
उन्नाव। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में ब्लॉक सफीपुर क्षेत्र के कस्बा चकलवंशी के लवकुश नगर में सोमवार को संघ के स्वयंसेवकों द्वारा भव्य बौद्धिक सत्र एवं पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नगर के नागरिकों ने स्वयंसेवकों का स्वागत पुष्प वर्षा कर किया और संगठन की विचारधारा से प्रेरित होकर समाजिक एकता का संदेश दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत कस्बे के एक विद्यालय परिसर में हुई, जहाँ विद्यालय प्रबंधक व जिला सह प्रचारक देवेन्द्र सिंह के संयोजन में शाखा का आयोजन किया गया। बौद्धिक सत्र में जिला कार्यवाहक रामनरेश ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले शताब्दी वर्ष में संगठन पाँच प्रमुख बिंदुओं— कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी अपनाना और नागरिक कर्तव्यों के निर्वहन— पर केंद्रित होकर राष्ट्रनिर्माण की दिशा में कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य समाज में राष्ट्रभावना को मजबूत करना और नागरिकों में कर्तव्यनिष्ठा का विकास करना है।
रामनरेश ने स्वदेशी अपनाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि आज के दौर में अधिकांश सोशल मीडिया एप विदेशी कंपनियों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं, जिससे देश की गोपनीयता खतरे में रहती है। उन्होंने अमर उजाला के सोमवार के अंक में प्रकाशित डॉ. श्रीधर वेम्बू की खबर का उल्लेख करते हुए कहा कि “डॉ. वेम्बू ने ‘जोहो’ कंपनी के माध्यम से स्वदेशी संदेश वाहक एप तैयार किया है, जो पूरी तरह भारतीय तकनीक पर आधारित है।” उन्होंने स्वयंसेवकों और नागरिकों से अपील की कि वे विदेशी एप छोड़कर स्वदेशी सोशल मीडिया और संचार माध्यमों का प्रयोग करें, ताकि देश की तकनीकी आत्मनिर्भरता को मजबूती मिले।
बौद्धिक सत्र के बाद स्वयंसेवकों ने गणवेश धारण कर दंड के साथ संगठन गीतों की गूंज के बीच नगर में पथ संचलन किया। संचलन के दौरान लोगों ने सड़कों पर खड़े होकर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने संगठन के आदर्शों— अनुशासन, एकता और राष्ट्रप्रेम— का सजीव प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर प्रेम द्विवेदी, प्रधान छेदाना, अंकुश सिंह, राधेश्याम, गीता देवी, पशुपति मिश्रा सहित कई गणमान्य नागरिकों ने स्वयंसेवकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में देवेन्द्र सिंह, जीतेन्द्र सिंह, बद्री मिश्रा, कमलेश गुप्ता, धनंजय सिंह, राधेश्याम अवस्थी, अंकित कुमार, कौशल किशोर सिंह, अकबाल बहादुर सिंह, मिंटू गुप्ता सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर देवेन्द्र सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह शताब्दी वर्ष संगठन के सेवा, समरसता और स्वावलंबन के संकल्पों को नई दिशा देगा। उन्होंने कहा कि “हर स्वयंसेवक का कर्तव्य है कि वह अपने आचरण और कर्म से समाज में सकारात्मक बदलाव लाए और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखे।”
इस आयोजन ने पूरे कस्बे में राष्ट्रभावना और स्वदेशी चेतना का संदेश प्रसारित किया, जिससे स्थानीय नागरिकों में संघ के प्रति नई ऊर्जा और जागरूकता देखने को मिली।
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