भारत में अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी की घोर उपेक्षा - पूरन सिंह पटेल
दसको से अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी की कांस्य प्रतिमा स्थापित नहीं कराई गई। - पूरन सिंह पटेल
शहीद गुलाब सिंह लोधी का 89वां शहीद दिवस देश मना रहा है ।उनकी कांस्य प्रतिमा 15वर्षो से उन्नाव जनपद के सफीपुर तहसील में रखी रखी उचित स्थान पर स्थापित होने की बांट देख रही है।
"भारत में शहीद गुलाब सिंह लोधी की घोर उपेक्षा "
आलेख :--लोधी पूरन सिंह पटेल
(जन्म 3-मई1903-शहीद 23अगस्त 1935)
इनका जन्म 3 मई 1903 को ग्राम चंद्रिकाखेडां (फतेहपुर चौरासी) जिला उन्नाव उत्तर प्रदेश के लोधी ठाकुर श्री रामरतन सिंह लोधी जमींदार के घर हुआ था। देश में अंग्रेजों के खिलाफ झंडा सत्याग्रह आंदोलन चल रहा था। क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी अपने शरीर के अंदर तिरंगा झंडा छुपाकर और हाथ में डंडा बैलों को हांकने का पैना लेकर लखनऊ के अमीनाबाद पार्क (जिसे आजकल झंडेवाला पार्क) के नाम से जाना जाता है ,उत्तर प्रदेश में सिपाहियों की नजर से बचते हुए घुस गया । वहां लगे एक पेड़ के ऊपर चढ़ गया । हाथ में डंडा जो लिए थे उसमें तिरंगा झंडा लगा लिया जिसे उन्होंने अपने कपड़ों में छुपा कर रखा था जैसे ही क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी तिरंगा झंडा फहरा दिया और जोर-जोर से भारत माता की जय, महात्मा गांधी की जय,तिरंगें झंडे की जय ,अंग्रेजों भारत छोड़ो , के नारे लगा दिया । अमीनाबाद पार्क के अंदर तिरंगे झंडे को फहरते देखकर पार्क के चारों ओर एकत्रित हजारों लोग एक साथ गरज उठे और तिरंगे झंडे की जय, भारत माता की जय के गगंन भेदी नारों से पार्क गूंज उठा ।क्रांतिवीर सत्याग्रही गुलाब सिंह लोधी के झंडा फहराने के बाद अंग्रेज सिपाहियों को आदेश हुआ, सिपाहियों गोली चलाओ ,कई बंदूकें एक साथ ऊपर की ओर धांय धांय कर फायर होने लगे ।गोलियों ने क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी के शरीर को छलनी कर दिया, वह खून से लथपथ होकर पेड़ से नीचे जमीन पर गिर पड़े ।रक्त रंजित वह वीर धरती पर ऐसे पड़ा था मानों भारत माता की गोद में सो गया हो।क्रांतिवीर सत्याग्रही गुलाब सिंह लोधी ने भारत की आजादी बलिवेदी पर अपने प्राणों को निछावर कर 23 अगस्त 1935 को शहीद हो गए ।
उनके सम्मान में अमीनाबाद पार्क लखनऊ का नाम झंडा वाला पार्क के नाम से पुकारते हैं।वहां उनकी मूर्ति भी शासन ने स्थापित वहां किया है। उनके सम्मान में भारत सरकार ने 23 दिसंबर 2013 को ₹5 का डाक टिकट जारी किया है।शहीद गुलाब सिंह लोधी के नाम पुलिस प्रशिक्षण एकेडमी का नाम रखा गया।कई संस्थानों का नाम शहीद गुलाब सिंह लोधी के नाम है ।
** शहीद गुलाब सिंह लोधी की आदम कद कांस्य प्रतिमा का निर्माण वर्ष 2008 मे निर्माण
किया गया था, 2008 से किस स्थान पर प्रतिमा
स्थापित करना है, विषय पर राजनैतिक दलों
भाजपा, सपा में विवाद हो गया। तब से
शहीद गुलाब सिंह की प्रतिमा उन्नाव जनपद
के सफीपुर तहसील के माल खाने में रखी गई है ।
उक्त प्रतिमा को स्थापित करने
"लक्ष्य" संगठन ने
21-8.2020 को माननीय प्रधानमंत्री, मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश, क्षेत्रीय सासंद साक्षी महाराज जी
माननीय श्री प्रहलाद पटेल जी राज्य मंत्री केन्द्र सरकार भारत को पत्र लिखा। इसी प्रकार अखिल भारतीय लोधी महासभा का प्रतिनिधि मंडल माननीय मुख्य मंत्री उत्तरप्रदेश से मिलकर उन्नाव नगर के अचलगंज तिराहे पर स्थापित करने हेतु नगर पालिका परिषद और लोक निर्माण विभाग की एनओसी. के साथ दिनांक 21.09.2022 को मिला परंतु उत्तर प्रदेश शासन ने वर्ष 2008 से निर्मित शहीद
गुलाब सिंह लोधी की प्रतिमा स्थापित करने में 15 वर्ष व्यतीत होने के बाद भी रुचि नहीं दिखाई। झंडा आन्दोलन में भारत के शहीद का अपमान है और उत्तर प्रदेश सरकार की असंवेदनशील प्रशासन के खिलाफ विधायक
राहुल लोधी (सपा) ने जुलाई 2023 मे विधान सभा में आवाज उठाई परंतु उत्तर प्रदेश सरकार
ने कोई कार्यवाही नहीं किया। शहीद गुलाब सिंह लोधी 89 वें शहीद दिवस पर उत्तर प्रदेश मुख्य मंत्री से मांग करते हैं कि शहीद गुलाब सिंह लोधी की सफीपुर तहसील के माल खजाने में - रखी गई प्रतिमा को शीघ्र उचित स्थान पर स्थापित कर सच्ची श्रध्दांजलि देने की कृपा करें।
पूरन सिंह पटेल
"लक्ष्य "स्वंय सेवक
मो. 99814-37326. रायपुर (छ.ग)
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