उन्नाव । मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह से झुलसे युवक ने छठे दिन इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया । उसके बड़े भाई ने विधायक बम्बालाल दिवाकर के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट व गिरफ्तारी की मांग की। विधायक के विरुद्ध कारवाई होने तक परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार से किया इंकार ,प्रशासन मे मचा हड़कंप अपर पुलिस अधीक्षक, एडीएम, एसडीएम, सीओ सफीपुर सहित कई थानों का पुलिस मनाने का प्रयास करता रहा। बात न बनने पर देर रात डीएम अपूर्वा दुबे व एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने संभाली कमान - दस दिन पूर्व एसपी के मोबाइल पर विधायक को गोली मारने की धमकी की दी थी। विधायक की ओर से उनके समर्थक ने युवक केे विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराया था।
माखी थाना क्षेत्र के रनागढी निवासी आनन्द मिश्रा (35)पुत्र स्व रामसेवक मिश्रा ने 21 अप्रैल को एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा के सीयूजी नंबर पर सफीपुर विधायक बम्बालाल दिवाकर को जुलाई माह में गोली मारने की धमकी दी थी। विधायक को धमकी और अभद्रता करने सफीपुर निवासी अतुल अग्निहोत्री की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के युवक के विरुद्ध अभद्रता, धमकी की रिपोर्ट दर्ज कर आनन्द मिश्रा की तलास कर रही थी । रिपोर्ट दर्ज होने से छुब्ध होकर युवक ने पुलिस को चकमा देकर 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास के पास पेट्रोल डाल कर आग लगा ली जिससे युवक गम्भीर रूप से झुलस गया था। स्थानीय पुलिस ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसे नाजुक हालत में केजीएमयू रेफर कर दिया था। रविवार की देर रात उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उसके बड़े भाई मनोज मिश्रा को सौंप दिया। सोमवार को तीन बजे शव गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया । मनोज नव उसके परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। दो भाई मनोज और गुड्डू गांव में रहते हैं दोनों गम्भीर बीमारी से जूझ रहे हैं। शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार करने पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गये। सूचना पर पहुंचे सीओ सफीपुर ऋषिकांत शुक्ला ने समझाने का प्रयास किया। मनोज मिश्रा ने बताया कि विधायक बम्बालाल दिवाकर के कारण भाई ने आत्म हत्या की है । विधायक के विरुद्ध रिपोर्ट हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग है जब तक विधायक के विरुद्ध रिपोर्ट व गिरफ्तारी नहीं होती है अंतिम नहीं होगा। चेतावनी देते हुए कहा कि विधायक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं होगी तो हम परिवार सहित आत्म हत्या कर लेंगे। सूचना पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक शशिशेखर सिंह एडीएम नरेंद्र सिंह हसनगंज एसडीएम देवेन्द्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री राहत कोष से परिवार इलाज कराने का आश्वासन दिया। लेकिन परिजन विधायक के विरुद्ध कार्रवाई करने पर अड़े हुए हैं। देर रात तक कोई हल नहीं निकला। इस मौके पर सफीपुर प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार सोनकर, माखी थाना प्रभारी रामआसरे चौधरी, लेखपाल बज्र सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
मनोज ने बताया कि 2017 में गांव के लोगों ने आन्नद मिश्रा को मारा था। विधायक की सय पर उसी के विरुद्ध एससीएसटी मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इसके बाद 9 दिसम्बर 2021 को छोटा भाई लवकुश (24)पुत्र स्व रामसेवक गांव से चार किमी दूर जालिमखेडा गांव के सामने कानपुर-बालामऊ रेल मार्ग पर छत विक्षत हालत में मिला था। सर और आंख पर गम्भीर चोट आई थी। जिसको गांव के कुछ लोगों ने मारा-पीट कर रेलवे लाइन के पास छोड़ दिया था। पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की। विधायक से मदद मांगी उन्होंने मदद नहीं की थी तब से भाई को विधायक से नाराज रहता था।