उन्नाव । नगर निकाय चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी। जिले में 16 नगर पंचायत अध्यक्ष पर 13 निर्दलीय प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया। वहीं तीन पर बीजेपी के प्रत्याशियों ने जीत हासिल कर सकी। चर्चा है कि सत्ता के छः विधायकों के होते हुए निर्दलीय उम्मीदवार भारी पडे। जिले में सत्ता पक्ष के उम्मीदवारों की हार से भाजपा में खलबली मचना तय है।उन्नाव नगर पालिका की महत्वपूर्ण सीट बीजेपी बचाने में कामयाब हुई। गंगाघाट और बांगरमऊ में निर्दलीय ने जीत हासिल की।
उत्तर प्रदेश के जनपद उन्नाव में छः विधान सभा में सभी बीजेपी के विधायक हैं। तीन नगरपालिका परिषद में उन्नाव से बीजेपी प्रत्याशी श्वेता मिश्रा गंगाघाट कौमुदी पाण्डेय, बांगरमऊ से राम जी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में अध्यक्ष पद की जीत दर्ज की। वहीं जिले में 16 नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। 13 मई को आये परिणाम ने सबको चौका कर रख दिया। 16 अध्यक्ष पद में 13 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया। नगर पंचायत हैदराबाद ब्रज किशोर वर्मा, कुरसठ से अब्दुल रईस खां उर्फ मुन्ना, मोहान से समरजीत, रसूलाबाद से गजाला, बीघापुर से सुशील कुमार, औरास से राकेश कुमार, ऊगू से अनीता, नवाबगंज से दिलीप कुमार, गंजमुरादाबाद से रुबी, मौरावां सेठ, सफीपुर से गरिमा बाजपेई, पुरवा से रेनू, अचलगंज से लक्ष्मी वर्मा, निर्दलीय अध्यक्ष पद के लिए जीत हासिल की। भारतीय जनता पार्टी समर्थित न्योतिनी से ओमप्रकाश, फतेहपुर चौरासी से मिथलेश कुमार, भगवंत नगर से आशीष कुमार शुक्ला ने जीत दर्ज की। निर्दलीय प्रत्याशियों की जीत ने लोगों को चौका दिया। जिले में भाजपा की हार से हलचल मच गई है।