Unnao news हटिया मेले में जमकर हुई विक्री लोगों ने लिया आनन्द
कार्तिक पूर्णिमा के बाद दो दिन लगता है पावा खोखापुर का मेला
उन्नाव । खोखापुर की पौराणिक हटिया का मेला धूमधाम से मनाया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने मेले में आन्नद लिया। किसानों ने आवश्यकता अनुसार लकड़ी के क्रषि उपकरणों की खरीद की वहीं महिलाओं ने ग्रहस्थी के उपकरण खरीदे। इस मौके पर हजारों की संख्या में भीड़ जुटी।
ब्लाक सफीपुर क्षेत्र के चकलवंशी-बिठूर मार्ग पर खोखापुर, पावा की हटिया सैकडों वर्षो से लगती है। जगह कम होने के कारण मेलार्थियो को भारी भीड़ का सामना करना पडता है। हजारों की भीड़ होने से प्रसाशन ना काफी साबित हुआ। डेढ़ किमी के दायरे में मेले का आयोजन किया जाता है। सड़क के दोनों ओर दुकाने और सड़क पर से मेलार्थी जिससे यातायात प्रभावित रहता है। शनिवार को चकलवंशी से मेला की ओर भारी वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया। मेला तक ईरिक्सा व आटो से अधिकांश लोगों को चार किमी पैदल जाना पड़ा। पौराणिक मेले में अनेक प्रकार के बच्चों के लिए झूला का आनंद लिया। वहीं किसानों ने लकड़ी के क्रषि यन्त्रों की खरीदारी की और महिलाओं ने ग्रहस्थी व प्रसाधन की सामग्री खरीदी। मान्यता है कि श्रीराम के अश्व मेघ यज्ञ में छोड़ा गया घोड़े को पावा में उनके पुत्र लव-कुश ने पकड़ा था। जिससे पिता पुत्र के बीच युद्ध हुआ जिससे लगभाग दस किमी क्षेत्र महारण बन गया जिसे अपभ्रंश होकर महना कहा जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन भगवान श्रीराम और लव-कुश का हर्षोल्लास के साथ मिलन हुआ था। तभी से हटिया मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेला आयोजकों ने घोड़े के साथ लव-कुश की झांकी निकाली। इस मौके पर हजारों दर्शक मौजूद रहे।
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